Editorial : बुरा कौन है? हिन्दू या मुसलमान?

सम्पादकीय : गुजरात का मतदाता मौन है. बीजेपी आश्वस्त है. कांग्रेस में आत्मविश्वास पनप रहा है लेकिन उसमें सशक्त नेतृत्व का अभी भी अभाव दिखाई देता है. कांग्रेस के दिग्गज मन की बात भी ज़बान पर नहीं लाना चाहते. वे जानते हैं कि कांग्रेस इसबार गुजरात में पार्टी को शर्मिंदगी से बचा लेगी. पार्टी का चुनाव भी होना है जिसमें राहुल की ताजपोशी होना तय है. कांग्रेस के स्थाई पतन की यहीं से शुरुआत होना लाज़मी है. यदि पार्टी में वंशवाद ही चलाना है तो हर स्थिति में अंततः प्रियंका को शीर्ष नेतृत्व की प्रथम पंक्ति में लाना ही होगा , गुजरात के नतीजे चौंकाने वाले नहीं होंगे क्योंकि वहां विकल्प नहीं है. ---डॉ. रंजन ज़ैदी

'इंडियन शिया पॉइंट' (ISP) यानि सोशल-सेक्टर की नई वेबसाईट! शीघ्र देश-विदेश के स्वैच्छिक-क्षेत्र की ताज़ा खबरों और खोज-परख लेखों के साथ इस वेबसाईट को लेकर हम आपके बीच पहुँचने वाले हैं. यह वेबसाईट दरअसल समाज और देश के आम लोगों की आवाज़ बनना चाहती है. इससे जुड़ें और इसके सदस्य अवश्य बनें. जानकारी के लिए ईमेल https://ranjanzaidi786@yahoo.com/ से संपर्क कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त Whats-App, Messenger, और Mob.(No. 9350 934 635) पर भी संपर्क किया जा सकता है.
सूचना: अपने इलाके के समाचार फोटो और रेज़िडेंशल-आईडी के साथ तुरंत भेजें क्योंकि आप इस वेबसाईट के स्वतः ज़िम्मेदार रिपोर्टर होने वाले हैं. उठाइये कलम !
Web-News Co-ordination : Dr. Ranjan Zaidi

सोमवार, 12 जून 2017

ज़िराफ की गर्दन की हड्डियां मात्र 7 होती हैं और मनुष्य.../Dr. Zaidi Zuhair Ahmad

मारत के निर्माण के लिए बहुत सी चीज़ों की ज़रुरत होती है. जैसे पत्थर, रोड़ी, लकड़ी, लोहा, सीमेंट आदि.
 ईमारत, ईंट-पत्थर गारे से बने घरौंदे का नाम नहीं है. उसे बाहर और अंदर से बिलकुल उसी तरह मज़बूत और खूबसूरत बनाया जाता है जिस तरह कुदरत इंसान के जिस्म की संरचना करती है.
      जिस्म भी एक ईमारत है. इसमें हड्डियां होती हैं, पुट्ठे होते हैं और खाल भी. अंदर अनेक ऑर्गन्स होते हैं जिनका काम शरीर के भीतर की व्यस्था की निगरानी और उनका सही सञ्चालन करना होता है. हड्डियां शरीर के पिलर्स-समान होते हैं. यदि ये न हों तो शरीर गोश्त के लोथड़े जैसा हो जाये. जब ये हों तो शरीर कद्दावर इंसान की शक्ल में तब्दील हो जाता है.
      क़ुदरत जब बच्चे को पैदा करती है तब उसके जिस्म में कुल 300 से अधिक हड्डियां होती हैं लेकिन जब वह बच्चा बड़ा होकर एक मज़बूत आदमी की शक्ल में सामने आता है तब उसकी हड्डियों की तादाद घटकर मात्र 206 रह जाती हैं. शेष हड्डियां उन हड्डियों के साथ घुल-मिल जाती हैं जो पहले जाल की तरह दिखाई देती थी.
      आपके हर हाथ में 27 हड्डियां होती हैं. पाँव में 26 और मुंह के स्ट्रक्चर में 14 होती हैं. लम्बी हड्डी रान (जिसे थाइबोन thighbone कहा जाता है) में, जिसकी लम्बाई कुल जमा ऊँचाई के एक चौथाई होती है और यह बाढ़ के साथ बढ़ना जारी रखती है. कमाल की बात यह है कि ज़िराफ की गर्दन की हड्डियां मात्र 7  होती हैं और मनुष्य 25.4  सेंटी मीटर तक लम्बी होती रहती हैं.
की गर्दन की हड्डियां भी इतनी ही यानि 7 लेकिन ज़िराफ की गर्दन की हड्डियां
      मनुष्य की खाल शरीर की ढाल की तरह का काम करती है. जिसकी औसत लम्बाई 20 स्क्वायर फुट यानि 1.9 स्क्वायर मीटर तक होती है. खाल का रंग शरीर के अंदर पाए जाने वाले मेलानिन के कारण बनता है . मनुष्य की खाल तीन परतों में होती है  जिसे अंग्रेजी में एपिडेमिस, डेमिस और हाईपोडेमिस कहा जाता है. एपिडेमिस नामक खाल छिलके की तरह उतरी रहती है. डेमिस यानि बीच की खाल में खून की गश्त और पसीने के गुडूद से जुडी बालों की जड़ें शामिल होती हैं. हाईपोडेमिस का काम चर्बी की सुरक्षा करना है. यह एक तरह से शरीर भर में ऊर्जा पैदा कर उससे गर्मी बनाये रखती  है.
      शरीर की सबसे बारीक और नाज़ुक खाल आँख के पपोटों की होती है और सबसे मोटी खाल हथेलियों व पैरों के तलुवों की होती है.
________________________________________________ 
नोट :  आपको यह लेख कैसा लगा? +91 9350 934635 वॉट्स ऐप पर अवश्य बताये या सूचित करें. आपके सुझावों का स्वागत है.